भारतीय सैनिकों पर लाठी-कंटीले तारों वाले डंडे और पत्थर का किया इस्तेमाल कर चीनी सैनिकों ने दिखाई नीचता

चित्रकूट में बूथ लेवल अधिकारियों संग हुई बैठक हमीरपुर में व्यय प्रेक्षक ने किया निरीक्षण कांग्रेस को हराने के लिए कांग्रेसी ही काफी है : वित्त मंत्री जेपी दलाल स्वीप कार्यक्रम भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल ने दावा किया है कि भाजपा 4 सौ का आंकड़ा पार करेगी और प्रदेश की चारों लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज करेगी जीतू पटवारी ने अलीराजपुर में की प्रेस कांफ्रेंस मत प्रतिशत बढ़ाने के लिए प्रचार प्रसार- बैतूल कांग्रेस को रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार का अनुभव और हमें जनसेवा का : मनोहर लाल रूद्रप्रयाग के जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने अगस्त्यमुनि से गौरीकुंड तक राष्ट्रीय राजमार्ग सहित अन्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया मौसम- प्रदेश मूक बधिर नव दंपत्ति ने शत-प्रतिशत मतदान का दिया संदेश रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का लखनऊ एयरपोर्ट पर किया गया स्वागत जोधपुर : एनसीबी और गुजरात एटीएस कि कार्यवाही 300 करोड़ की ड्रग्स बरामद झुंझुनू : सरपंच नीरू यादव अमेरिका के न्यूयॉर्क में देगी उद्बोधन पीलीभीत टाइगर रिजर्व में पहली मई से शुरू होगी बाघों की गणना पीलीभीत के राजेश राठौर गीत के माध्यम से मतदाताओं को कर रहे जागरूक निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव 2024 के छठे चरण के लिए अधिसूचना जारी कर दी है लोकसभा चुनावों के चौथे चरण के लिए नाम वापस लेने की आज अंतिम तिथि है राजनाथ सिंह के नामांकन को लेकर लखनऊ में विशेष उत्साह, सुरक्षा बल तैनात आज का राशिफल

भारतीय सैनिकों पर लाठी-कंटीले तारों वाले डंडे और पत्थर का किया इस्तेमाल कर चीनी सैनिकों ने दिखाई नीचता

Deepak Chauhan 26-05-2020 14:44:17

भले ही चीनी सेना खुद को प्रोफेसनल फोर्स होने का दावा करती हो, मगर हाल ही में भारतीय सेना के साथ टकराव की घटना ने उसके खोखले दावे की पोल खोल दी है। चीन और भारत के बीच बीते कुछ समय से सीमा को लेकर जारी विवाद के बीच चीनी सैनिकों की नीच हरकत और गुंडागर्दी का सबूत सामने आया है। पूर्वी लद्दाख सेक्टर में पैंगोंग त्सो झील क्षेत्र में भारतीय सेना के साथ हालिया गतिरोध में चीनी सैनिकों ने भारतीय सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए लाठी, कंटीले तारों वाले डंडों और पत्थरों का इस्तेमाल किया। 

सूत्रों ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, 'चीनियों का व्यवहार पाकिस्तान समर्थित पत्थरबाजों की तरह रहा है, जो कश्मीर घाटी में भारतीय सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए पत्थर और लाठियों का इस्तेमाल करते हैं। चीनी सैनिक लाठियों, कंटीले तारों वाले क्लब, पत्थरों और हथियारों से लैस होकर पैंगोंग त्सो झील के पास वाले इलाके में भारतीय सैनिकों के साथ टकराव के दौरान आए थे।'

सूत्रों ने कहा कि गतिरोध के दौरान चीनी सैनिकों की संख्या ज्यादा थी और यह एडवांटेज था उनके लिए, मगर वहां मौजूद भारतीय सैनिकों के
प्रति अनुचित आक्रामकता दिखाते हुए उन्होंने गैरे पेशेवर सेना की तरह व्यवहार किया। बता दें कि लद्दाख से अरुणाचल प्रदेश तक सभी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के साथ भारतीय और चीनी दोनों सेना असॉल्ट राइफल से लैस हैं। इस तथ्य के बावजूद इस क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए 1967 से लद्दाख क्षेत्र में गोलियां नहीं चलाई गई हैं।

सूत्रों ने कहा कि हाल ही में टकराव के दौरान चीनी सैनिकों ने दबंगों की तरह व्यवहार किया। चीनी सेना के पास ज्यादा संख्याबल होने और उनकी तरफ से बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर होने की वजह से उन्होंने भारतीय सेना को चारों ओर से घेर लिया। उन्होंने कहा, 'चीनी व्यवहार के विपरीत भारतीय पक्ष हम अपने अधीन आने वाले क्षेत्रों से चीनी को पीछे धकेलने के लिए इस तरह की रणनीति का इस्तेमाल कभी नहीं करता है। 

बता दें कि भारत और चीन के बीच सीमा पर बढ़चे तनाव के बीच लद्दाख सेक्टर में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के नजदीक अलग-अलग स्थानों पर चीन ने 5000 सैनिकों को तैनात कर दिया है। यही वजह है कि 5 और 6 मई तो लद्दाख और सिक्किम में झड़प की घटना सामने आई थी। 

  • |

Comments

Subscribe

Receive updates and latest news direct from our team. Simply enter your email below :